ओम जय भारत माता, मैया जय भारत माता ।
तुमको निशदिन ध्यावे, तुमसे जीवन पायें
अमित यही नाता ।। ओम जय..............ध्रु०।।
तू लक्ष्मी, दुर्गा, जय जगदम्बे, सरस्वती माता
तुमको जो नित गाये, सुख संपत्ति पाता ।।१।। ओम
उत्तर हिमगिरि मुकुट सुहाये, आए मस्तक पर माता
दक्षिण हिन्दू सागर, यश तेरे खाता ।।२।। ओम
रामकृष्ण और महावीर, बुद्ध, नानक सुत तेरे
वाल्मीकि, रविदास संत सब, गुण गायें तेरे ।।३।। ओम
वैदिक, बौद्ध, जैन और सिख है, सब हिन्दू भ्राता
छूत-अछूत न कोई, यह सच्चा नाता ।।४।। ओम
पुण्य भूमि जय मातृभूमि जय, सब कुछ है तेरा
तन मन धन सब अर्पण, क्या लागे मेरा ।।५।। ओम
भारत मां की आरती, जो कोई नर गाता ।
शक्ति-भक्ति तन-मन में, उत्तम फल पाता ।।६।। ओम
|| भारत माता की जय ||

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