अमृत वचन


अमृत वचन 

        संगठन ही राष्ट्र की प्रमुख शक्ति होती है । संसार में कोई भी समस्या हल करनी हो तो वह शक्ति के आधार पर ही हो सकती है । शक्तिहीन राष्ट्र की कोई भी आकांक्षा कभी भी सफल नहीं होती । परंतु सामर्थ्यशाली राष्ट्र कोई भी काम, जब चाहे अपनी तब अपनी इच्छा अनुसार कर सकता है ।

-डॉक्टर हेडगेवार

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