हम मातृभूमि के सैनिक हैं

हम मातृभूमि के सैनिक हैं, गत गौरव लाने वाले हैं,

संतान शूरवीरों की हैं, हम दास  नहीं कहलाएंगे।
या तो अखंड हो जाएंगे, या रण में मर मिट जाएंगे।
आगे कदम बढ़े रण में, पीछे न हटाने वाले हैं।
हम मातृभूमि के सैनिक हैं .....................

अब देश प्रेम की रंगत में, रंग गया हमारा यह जीवन।
इसके ही लिए समर्पित है, अपना तन मन जीवन।
जननी के अमर पुजारी हैं, सर्वस्व लुटाने वाले हैं।
हम मातृभूमि के सैनिक हैं .......................

केसरिया बाना पहन लिया, अब इन प्राणों का मोह कहां। जब बने देश हित सन्यासी, वैभव महलों का मोह कहां।
हम अमर शहीदों की टोली, में नाम लिख आने वाले हैं।
हम मातृभूमि के सैनिक हैं .........................

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