भारत वंदे मातरम, जय भारत वंदे मातरम



वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम।
भारत वंदे मातरम, जय भारत वंदे मातरम ।।ध्रु।।


रुक ना पाए तूफानों में, सबके आगे बढ़े कदम।
जीवन पुष्प चढ़ाने निकले, माता के चरणों में हम।
वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम।
भारत वंदे मातरम, जय भारत वंदे मातरम।।१।।


मस्तक पर है हिमराज विराजित, उन्नत माथा माता का।चरण धो रहा विशाल सागर, देश यही सुंदरता का।
हरियाली साड़ी पहने मां, गीत तुम्हारे गाये हम।
वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम।
भारत वंदे मातरम, जय भारत वंदे।।२।।


नदियन की पावन धारा है, मंगल माला गंगा की।
कमरबंध है विंध्याद्रि की, सातपुरा की श्रेणी की।
सहयाद्रि का वज्रहस्थ है, पौरुष को पहचाने हम।
वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम।
भारत वंदे मातरम, जय भारत वंदे ।।३।।


नहीं किसी के सामने हमने, अपना शीश झुकाया है।
जो हम से टकराने आया, काल उसी का आया है।
तेरा वैभव अमर रहे मां, विजय ध्वजा फहराये हम।
वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम।
भारत वंदे मातरम, जय भारत वंदे ।।४।।



टिप्पणियाँ

Geetsangham ने कहा…
वंदे मातरम्